कबीर परमेश्वर का मानवता को संदेश कबीर परमेश्वर ने अपने दोहों के माध्यम से मानव समाज को जगाने का कार्य किया है। उनके हर दोहे में कोई गूढ़ रहस्य छुपा हुआ है। "दोष पराए देखि करि, चला हसन्त हसन्त, अपने याद न आवई, जिनके आदि न अंत।" कबीर परमेश्वर ने कहा है कि इंसान का स्वभाव है कि वह दूसरों की गलतियों और दोषों पर तो हंसता है, लेकिन तब वो अपने दोषों और गलतियों को पूरी तरह भूल जाता है या अनदेखा करता है जिसकी शुरुआत का भी पता नहीं चलता और न ही अंत । ©vijeta swami #KabirisGod #KabirisGod #RealGod_Is_InForm #realGod