ऐ ज़िंदगी... ठोकरें गर जो लगीं मुझे तु ही रास्तों का पत्थर तु ही सहारा तु अगर साथ है मेरे न ही मैं कभी ठहरा ना ही हारा ऐ ज़िंदगी... ना साथ छोड़ना कभी मेरा न कड़कती धुप में न ठंडी छाओ में आग़ोश मे तु मुझे भर लेना मैं भर लूंगा तुझे मेरी इन बाँहों में ऐ ज़िंदगी... तू साथ छोड़ना ना मेरा न किसी किनारे से न कोई साहिल से तू है तो होगा साथ मेरा हर राह पर मेरी हर मंज़िल पे ऐ ज़िंदगी... ना दूर जाना मुझसे चाहे हसीं हों या हों आँसू हम से मुझे प्यार है तुझसे तेरी हर खुशी से तेरे हर ग़म से ऐ ज़िंदगी... ©KaviRp My Fresh Poem For All you guys Hope you like it... Ae Zindagi... #Zindagi #aezindagi Please Like Share Comments and do Follow Me ©KaviRp #Drops