Nojoto: Largest Storytelling Platform

कई रातें काटे मैंने तुम्हारे बगैर... कई बातें थे अ

कई रातें काटे मैंने तुम्हारे बगैर...
कई बातें थे अधूरे तुम्हारे बगैर..।

अब तो मेरे घर के दरवाज़े भी मझे पूछने लगे है की

कबतक करोगे इंतेज़ार उसका...
अब बहत हुआ 

अब तो कहना मानलो सबका...

तुम्हारी इए उदास चेहरा अब देखी नहीं जाती है हम सबसे...
तुमने बिताए कई साल उसके इंतेजार  में
अब तो आगे बढ़ो भूलो  उसे अपने दिलों दिमाग से...।
by Sai Prasad Mahapatra, Mechanical Engineer भूलो उसे
कई रातें काटे मैंने तुम्हारे बगैर...
कई बातें थे अधूरे तुम्हारे बगैर..।

अब तो मेरे घर के दरवाज़े भी मझे पूछने लगे है की

कबतक करोगे इंतेज़ार उसका...
अब बहत हुआ 

अब तो कहना मानलो सबका...

तुम्हारी इए उदास चेहरा अब देखी नहीं जाती है हम सबसे...
तुमने बिताए कई साल उसके इंतेजार  में
अब तो आगे बढ़ो भूलो  उसे अपने दिलों दिमाग से...।
by Sai Prasad Mahapatra, Mechanical Engineer भूलो उसे