हुआ है ऐसा तुमसे लगाव, कि बोझिल सांसे रुकते पाँव। यादें तेरी बन के नाव, ले जाती हैं तेरे गाँव।। भूली बिसरी मेरी यादें, रुनझुन-रुनझुन तेरी बातें। कानों में मिसरी सी घोलें, आ के मिलो तुमसे कुछ बोलें। *** *** *** *** *** *** जीवन की शाम घूँघट ओढ़ के आई है, मीलों तक मेरे संग तन्हाई ही तन्हाई है। साँसों का सफर अब खत्म हुआ, हम तेरे हुए,अब जा के पूरा रस्म हुआ। Read full here👇👇👇👇..... 🌺🌺🌺लगाव🌺🌺🌺 हुआ है ऐसा तुमसे #लगाव, कि बोझिल सांसे रुकते पाँव। यादें तेरी बन के नाव, ले जाती हैं तेरे गाँव।। #भूली_बिसरी मेरी यादें,