सुनो...! मेरी बातें कभी खत्म नही होंगी क्या तुम सुनने को तैयार हो...? हालात बिखरे है मेरे क्या तुम समेटने को तैयार हो...? जानति हूँ रंग रूप को छोड़ कर तुम मेरी हँसी के तलबगार हो बतादो ज़रा...! सजू सवरूँ अगर तुम्हारे लिए क्या तुम मेरी नज़र उतारने को तैयार हो...? ©Aashu क्या तुम तैयार हो ...?