किसी के लिए कुछ मंगवाएं या खुद ही दौड़ के लें आएं
किसी के नखरे हम उठाएं, अब ऐसे दिन कहाँ बचे।।
कुछ हाल सुनाया जाए, कोई किस्सा बताया जाए,
बिना बात के, कुछ बात बनाई जाए।
ऐसे ही दिन को बिताया जाए, अब ऐसे दिन कहाँ बचे।।
टाँग किसी की खिंचे, किसी को, #Zindagi#Silence#Heart#SAD#Inspiration#Like#follow#together