जिसने सवाल उठाया उसे जवाब देते... हिसाब करने वाले को क्या हिसाब देते..। वो इतना पाक है सो पर्दा नहीं होता... कि,हम खुद जाकर नापाक़ को हिजाब देते..। जिन आँखॊं से हमने ज़िंदगी गुजारी है..। उसकी ये इल्तिजा है कि,हम शराब देते..। और एक दिन हमने उसकी नींद तोड़ दी... इन सोए आदमी को कितने ख़्वाब देते..। नहीं जानते आँख और बदन के अलावा... जो अक्लमंद है बस उनको किताब देते..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 नापाक़