धुंध में लिपटी है ज़िन्दगी। बूंद-बूंद में सिमटी है ज़िन्दगी। धुंध को सावधानी से हटाना है। बूंद-बूंद से हाथ मिलाना है। सत्य पथ पर सत्यता से, निरंतर चलते जाना है। जीवन का उसूल यही है। सबने ऐसा माना है। वक़्त के सामने आज भी, आराधना वही, बंदगी है। धुंध में लिपटी ज़िन्दगी है। #life