दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा 'रावण' का अभिमान असत्य का पाँव फ़ैल रहा इससे 'राम' नही अंजान कुछ पल भुजबल की गरिमा है इतिवृत्त है प्रमाण ज्ञान-दान सब धरा रह जाये जब 'कर्म' से हो पहचान । #Image from internet