रात भर जागता रहा कोई किसी के ख़यालो में बस खोया रहा कोई... सुब्ह-ए-दुवुम कब हुई एहसास ही नहीं हुआ, यूंही हर रात गुजारता है कोई। रात भर जागता रहा कोई #raatbhar #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine #writingresolution Collaborating with YourQuote Bhaijan