अब क्या रखा है, उन तमाम बातों में, जिनकी उम्र, उम्र भर ख़ुद को ढूँढती रही है.. शुक्रिया उन बेहिसाब चलती हुई आँधियों का, जिनकी क़दर कर मिट्टियाँ शहर बदलती रहीं हैं... यूँ तो मुद्दत्तो से कुछ भी खोया नहीं है मैंने, पर वस्ल-ए-हयात की नियत फिर भी खलती रही है ।। #intentionsoflife #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yourquote 🖤 वस्ल-ए-हयात : ज़िन्दगी के शौक़