इस ज़िन्दगी की दौड़ में जहा मौत ना कहीं दूर है तो कदम क्यूँ तेरे थम रहे किस बात से मजबूर है जो गलतियां कोटि करें ईरादे फिर मजबूत हो एक खाई तेरे सामने न मुड़ने को मजबूर हो क्या खोया तूने जग में है जो तलब में उसके रो रहा इक राह बुनना बस में है राह चलना भी मंज़ूर हो चल बहा तू खून पसीना यूँ हो ज़िन्दगी तेरे पाश में न कदम कभी तेरे थके यूँ इरादों में मशहूर हो न कदम कभी तेरे थके यूँ इरादों में मशहूर हो #मज़बूर #WOD #hindi #nojotohindi#nojoto#nojotowriter #shabdanchal #writer #poet #poemwriter #hindiwriter #kavi #poetry #shayari