वो खुरदुरा, गर्म, बिखरा बिखरा, रेगिस्तान की रेत सा.... तेरी नर्म उंगलियों का मोह करता भी तो कब तक..... ज़ख़्म देना फितरत नहीं किस्मत ही थी उसकी तेरी सपनों भरी पलकों पर वो रुकता भी तो कब तक .... -shivi #random_thoughts #shivi #black_apple