क्या करें इन यादों का यही तो हमें बीमार कर रही हैं इश्क का रोगी भी तुमने ही हमें ही बनाया था बनायी थी इश्क के ईंटो से जो हमने आज वो दीवार गिर रही है आयुष कुमार गौतम क्या करें इन यादों का