तुम्हारा मेरे साथ होना यदि कोई सामाजिक विवशता है तो चले जाओ, मुझे सम्बन्ध में सरसता और सहजता के तत्व की अनिवार्यता समझ आती है! क्योंकि विवशताएँ समर्पित नहीं होने देंगी एक-दूसरे के प्रति हमें, किन्तु सहजताएँ मेट देंगी सभी सीमाओं को और प्रेषित करेंगी अनंत प्रेम संभावनाओं को; मुझे प्रेम चाहिए कोई सुनियोजित अनुबंध नहीं! -स्वरांजलि 'सावन' ©swaranjali sawan #प्रेम #अनुबन्ध #Nojoto #nojotohindi #nojotopoetry #nojotoLove #nojotokavita #Thoughts