बिन पैसे के कोई मोल नही इंसा का यहाँ, पैसे से तो यहाँ सब कुछ बदल जाता है, धन्य - धान से भरा हो भंडार दौलत का, तो पलभर में ज़िन्ददा भी मुर्दा और मुर्दा भी ज़िन्ददा यहाँ हो जाता है...! ©"Kumar शायर" #पैसा - पैसा