गोल, मूंछों ने दूँ ताव, म्हारो साफौ केसरियों, लागे घणो फुटरों। म्हारो साफौ पचरंगी, ललाट चमके सतरंगी।। खम्मा घणी सा साफा दिवस री आप सबनैं मोकळी मोकळी बधायां! जगह जगह औऱ भांत भांत रे हिसाब सूं पगड़ी राजस्थान में चारूं कानी नित-रोज पेरी जावे, मस्तक ने सजावे है। #YQRajasthani #CollabKakaSa #Collab #राजस्थानी_भासा_म्हारो_स्वाभिमान #साफा_दिवस #जगसार #jagsar