सुन मोर मयारु भाई...😔😊 मोर भाई मोला तोर सुरता कईसे नई आही यार.. मोला तो तोर सुरता अब्बड़ आथे यार.. दिन मान, संझा बिहिनिया, अऊ रतिहा मा घलो फेर अऊ मैं एती बर ए काम करत हो ता उठी बर मोर भाई हा का काम करत होही कइके मय सोचत रहिथों। फेर मोला तोर ले दूर होय के अब्बड़ दुःख होथे यार.. मन करथे अभी तोर करा भागत आ जांव कइके। फेर कईसे करबे यार कहूं तीर होतिस ता मैं आ जातेंव । लेकिन ये मैं हवो तेन जघा हा बिक्कट दुरिहा हवे यार तेकरे सेती मैं नई आ सकत हंव। फेर मय कहिथव कि ये दू महीना हावे ना ओहा जल्दी कन बित जाय कइके काबर कि अइसे मा जल्दी बितही त मय आ जाहूं कथों । अऊ तैं ये मत सोचबे कि मोला तोर सुरता नई आय कइके यार मोला तो तोर सुरता अब्बड़ आथे यार । पहली संग मा हमन हा कहूं आवन जावन, घर म सुघ्घर एक्के मेर बईठ के खावन पियन, अऊ रात कन, दूनों झन संग मा सोवन अऊ बोलन गोठियावन तेन सब चीज हा मोला अड़बड़ याद आथे यार.. तोर बिना मोला एकदम सुना सुना लगथे यार,,,मोला तोर सुरता अब्बड़ आथे यार.. © सुन मोर मयारु भाई...😔😊 मोर भाई मोला तोर सुरता कईसे नई आही यार.. मोला तो तोर सुरता अब्बड़ आथे यार.. दिन मान, संझा बिहिनिया, अऊ रतिहा मा घलो फेर अऊ मैं एती बर ए काम करत हो ता उठी बर मोर भाई हा का काम करत होही कइके मय सोचत रहिथों।