Unsplash जो होते हुए भी नहीं आते उनसे मिलने की कसक जो नहीं रहे हैं वो आज भी बसे हुए हैं दिलों में बेशक यह टीस ही हमें बुला लाती है देने पुराने दरवाजों पे दस्तक।। ©Mohan Sardarshahari # दस्तक