जिस प्रकार भिन्न भिन्न रंग और रूप के प्रत्येक दीपकों में जल रही ज्योति का प्रकाश एक ही होता है, वैसे ही प्रत्येक भिन्न भिन्न प्राणियों में स्थित वह चेतन तत्व या आत्मा एक ही है, वह ही ब्रह्म है । #स्वयं_की_खोज #आत्ममंथन #yqdidi #yqbaba