Nojoto: Largest Storytelling Platform

रू-ब-रू हुए खुद से मुझे गुज़रा एक ज़माना है, मेरा

रू-ब-रू हुए खुद से मुझे गुज़रा एक ज़माना है,
मेरा खुद के घर में अब कम ही आना जाना है,,

लिपटी पड़ी हूँ ग़म के जालो से इस कदर,
 यूँ लगता है कि दर्द,अश्क,आह का मेरी रूह से रिश्ता पूराना है,,

रिम्मी बेदी नज़र

©NAZAR
  #dhoop #nazarbyremmibedi#book#rishta#