मै बेबस,लाचार,किस्मत का मारा हूँ, मै बेबस,लाचार,किस्मत का मारा हूँ, खाने को निवाला नहीं और हालात का मारा हूँ। लड़खड़ाते कदम भी रुकते नहीं मेरे, लड़खड़ाते कदम भी रुकते नहीं मेरे, हालात जो भी हैं,लेकिन मुसीबतों से नहीं हार हूँ। खुद पर भरोसा मुझे बड़ा बेमिसाल है, खुद पर भरोसा मुझे बड़ा बेमिसाल है, मै लडूंगा तक़दीर से क्योंकि खुद का सहारा हूँ। मै #बेबस,#लाचार,#किस्मत का #मारा हूँ, मै बेबस,लाचार,किस्मत का मारा हूँ, खाने को #निवाला नहीं और #हालात का मारा हूँ। #लड़खड़ातेकदम भी #रुकतेनहीं मेरे, लड़खड़ाते कदम भी रुकते नहीं मेरे, हालात जो भी हैं,लेकिन #मुसीबतों से नहीं #हार हूँ।