संत ना छाडै संतई, जो कोटिक मिले असंत, चन्दन भुवंगा बैठिया, तऊ सीतलता न तजंत..!! अर्थ: सज्जन को चाहे करोड़ों दुष्ट पुरुष मिलें फिर भी वह अपने भले स्वभाव को नहीं छोड़ता। चन्दन के पेड़ से सांप लिपटे रहते हैं, पर वह अपनी शीतलता नहीं छोड़ता #SRJdairies #love#equalovetoall #indian #kabirdoha VINAY PANWAR 🇨🇮INDIAN ARMY💕💕 🐦Awaaz-e-shayari (Imran Hussain)