मोहब्बत के सिवा मुझे कुछ नहीं आता, तुझे चाहूं बस तेरे सिवा कुछ नहीं आता,
निकलता हूं जब भी शामों को, तेरे सिवा किसी और का खयाल नहीं आता,
जिस शाम डूब जाता हूं तेरी यादों में, बिना तुझे देखे करार नहीं आता,
मोहब्बत के सिवा मुझे कुछ नहीं आता, तुझे चाहूं बस तेरे सिवा कुछ नहीं आता...!!!