"नारी"... हवा नहीं जो "थम" जाएं कहानी नहीं जो "अधूरी" रह जाएं उम्र नहीं जो "ढल" जाएं सागर नहीं जो "मचल" जाएं नीर नहीं जो "सूख" जाएं सृष्टि पर "भारी"हैं "नारी" हैं.. न हारी थी ,, न हारी है.. #महिला_दिवस