मैंने लोगो की मदद की, मदद की और दिल में ये बात रही की ये मेरी की हुई मदद के लिए मेरे अहसनमंद रहेंगे | हां, मैं इस बात का गुमान भरता था | सायद, इसलिए आज तक मुझे ज़रूरत पड़ने पर कभी मदद नहीं मिली। ऐसा नही है कि मदद नही मिली पर उतनी नही मिली जितनी मैंने कभी की थी और उनसे तो कभी नही मिली जिनकी मदद की थी ! और न ही कोई आज मेरे की हुई मदद का अहसानमंद है , सयाद इसलिए क्यूंकि मैं बिना स्वार्थ कभी मदद कर ही नहीं पाया , हमेशा एहसान की उम्मीद रही हो ।।— % & Realisation #मदद #मददगार #niyat #original #dilkibaat #khudkikalamse