कौन कहता हैं छलनी में पानी आ नहीं सकता, तूं उसे जीरो डिग्री ठंडा करके तो देख। कहते हैं पाषाण ईश्वर बन नहीं सकता, कभी छीनीं हथौड़े की चोटें देकर तो देख।। #कवि_सत्यनारायण_स्वदेशी चित्तौड़गढ़ 75979 76263 ©Satyanarayan "Swadeshi" कौन कहता हैं छलनी में पानी आ नहीं सकता, तूं उसे जीरो डिग्री ठंडा करके तो देख। कहते हैं पाषाण ईश्वर बन नहीं सकता, कभी छीनीं हथौड़े की चोटें देकर तो देख।। #कवि_सत्यनारायण_स्वदेशी चित्तौड़गढ़ 75979 76263