दे गए मेरे दिल को उदासी शाम के ढलते साये मुझको तेरे ग़म के बहाने कितने ग़म याद आये भूली बातें याद दिलाये दिल कितना सौदाई है जानेवाले लौट के आजा जान लबों पर आई है ! 🌷☕#शुभसंध्या🌷😊☕☕☕☕☕☕☕☕☕☕🌼🙏🌷🌷😊😊🙏🙏🌼 : दर्दे मोहब्बत दर्दे जुदाई उसपे सितम तन्हाई है ओ जानेवाले लौटके आजा जान लबों पर आई है ! तेरे गम की आग में जलते बीते कई जमाने अब देखे तो मेरा चेहरा तू भी न पहचाने मैंने जब भी दर्पण देखा आंख मेरी भर आईं है