Nojoto: Largest Storytelling Platform

एक रुका हुआ फैसला था "एक रुका हुआ फैसला" भाई स

एक रुका हुआ फैसला था 
"एक रुका हुआ फैसला"    भाई साहब अक्सर मुझे अच्छी फिल्में, शो या यूट्यूब वीडियो, गाने सजेस्ट किया करते हैं। 
लॉक डाउन के शुरुआती दिनों में 3 हॉलीवुड फिल्में सजेस्ट की थी 1. The Shawshank Redemption. 2. The Pursuit of Happiness. 3. The Forest Gump. 
इनमें से पहली और तीसरी देख भी ली थी और दूसरी शुरुआत में ही प्रभावशाली नहीं लगी तो अधूरी छोड़ दी। 
अप्रैल 2020 में यूट्यूब से ही लिंक भेजी व्हाट्सएप पर एक हिंदी मूवी, नाम था "एक रुका हुआ फैसला" । 
आज कुछ पुराने व्हाट्सएप मैसेज देखने के दौरान नजर पड़ी तो देख ली।
एक कमरे में ही सारी मूवी,एक ही पॉइंट पर कहानी केंद्रित, लेकिन शानदार एक्टिंग और डायलॉग से जोरदार और जबरदस्त बन पड़ी। एक 19 वर्षीय लड़के को उसके पिता की हत्या के ज़ुर्म में कसूरवार माना जाए या बेकसूर। इसमें 12 व्यक्तियों के अलग अलग व्यक्तित्व का,उनकी अलग अलग सोच और उनकी परिपक्वता का परिचय मिल रहा था। कोई अनभिज्ञ होने के बावजूद स्पष्ट,कोई सब कुछ जानकर भी पूर्वाग्रह से ग्रसित तो कोई तथ्यों को समझ कर अपनी गलती सुधार लेना चाहता है तो कोई आँखे मूंद कर अड़े रहना चाहता है और अपनी ये मनमर्जी दूसरों पर भी थोपना चाहता है। किसी को 19 वर्षीय लड़के को फाँसी हो या न हो इसके फैसले लेने में समय जाया करने से ज्यादा थियेटर में मूवी देखने जाना ज्यादा महत्वपूर्ण लगता है तो कोई बाल की खाल निकाल कर सब कुछ सबके सामने लाकर सही फैसला लेने के लिए सबको एकमत करना चाहता है। मजा आ गया फ़िल्म देखकर। ✴️✴️✴️✴️✴️ #yqbaba #yqdidi #snehlata #hindi #yqhindi #movie
एक रुका हुआ फैसला था 
"एक रुका हुआ फैसला"    भाई साहब अक्सर मुझे अच्छी फिल्में, शो या यूट्यूब वीडियो, गाने सजेस्ट किया करते हैं। 
लॉक डाउन के शुरुआती दिनों में 3 हॉलीवुड फिल्में सजेस्ट की थी 1. The Shawshank Redemption. 2. The Pursuit of Happiness. 3. The Forest Gump. 
इनमें से पहली और तीसरी देख भी ली थी और दूसरी शुरुआत में ही प्रभावशाली नहीं लगी तो अधूरी छोड़ दी। 
अप्रैल 2020 में यूट्यूब से ही लिंक भेजी व्हाट्सएप पर एक हिंदी मूवी, नाम था "एक रुका हुआ फैसला" । 
आज कुछ पुराने व्हाट्सएप मैसेज देखने के दौरान नजर पड़ी तो देख ली।
एक कमरे में ही सारी मूवी,एक ही पॉइंट पर कहानी केंद्रित, लेकिन शानदार एक्टिंग और डायलॉग से जोरदार और जबरदस्त बन पड़ी। एक 19 वर्षीय लड़के को उसके पिता की हत्या के ज़ुर्म में कसूरवार माना जाए या बेकसूर। इसमें 12 व्यक्तियों के अलग अलग व्यक्तित्व का,उनकी अलग अलग सोच और उनकी परिपक्वता का परिचय मिल रहा था। कोई अनभिज्ञ होने के बावजूद स्पष्ट,कोई सब कुछ जानकर भी पूर्वाग्रह से ग्रसित तो कोई तथ्यों को समझ कर अपनी गलती सुधार लेना चाहता है तो कोई आँखे मूंद कर अड़े रहना चाहता है और अपनी ये मनमर्जी दूसरों पर भी थोपना चाहता है। किसी को 19 वर्षीय लड़के को फाँसी हो या न हो इसके फैसले लेने में समय जाया करने से ज्यादा थियेटर में मूवी देखने जाना ज्यादा महत्वपूर्ण लगता है तो कोई बाल की खाल निकाल कर सब कुछ सबके सामने लाकर सही फैसला लेने के लिए सबको एकमत करना चाहता है। मजा आ गया फ़िल्म देखकर। ✴️✴️✴️✴️✴️ #yqbaba #yqdidi #snehlata #hindi #yqhindi #movie
pramods6281

PS T

New Creator