महलों को छोड़ के ,वो फ़क़ीर हो गये । ना मिटे जग में ,ऐसी लकीर हो गये।। सत्य अहिंसा की राह पर चलकर वो । आम मानव से, प्रभु महावीर हो गये ।। नवीन ' नव ' बीगोद ©नवीन नव महावीर #stay_home_stay_safe