तुम प्रेम का स्वरूप हो, भोले मेरे शंकर मेरे, तुम अन्त हो, आरम्भ हो, भोले मेरे शंकर मेरे, हो सती के पति तुम्हीं, पार्वती के अर्धांग हो, तुम प्रेम का स्वरूप हो, भोले मेरे शंकर मेरे, तुम नीलकण्ठ तुम रूद्रा भी हो, भोले मेरे शंकर मेरे, तुम सुर का संगीत हो, तुम ताल हो तुम गीत हो, भोले मेरे शंकर मेरे, तुम क्रोध का ज्वाला हो तो, तुम दया का भाव भी, तुम प्रेम का स्वरूप हो, भोले मेरे शंकर मेरे, भोले मेरे शंकर मेरे । insta id | @chand_ki_kalam (chandani pathak) #shiv #Bhole #sankar #Love #Hindi #Poetry