किसी को आजमाकर टूटने से डरता हूँ , इसलिये किसी को आजमाता नहीँ हूँ , मेरे य़ार हैँ बस एक दो , ज्यादा मैँ बनाता नहीँ हूँ ..... समझते हैँ य़ार मेरे दर्द की जुबान , इसलिये दर्द मेरे करीब कोई आता नहीँ है ........ Juban