जाने जिगर संघर्ष किए बिना सफलता नहीं मिलेगा खुद को जितना ही सबसे कठिन होगा कभी तुम सफलता की सीढ़ी में उपर उठ रहे होगे और कभी खुदको तनाब विषाद और संदेह की गर्त में गिरे हुए पाओगे आसान नही होगा भिड़ के विपरित अकेले चलना दुनिया की निंदाओ को सह के जीना हालातो से डर कर तुम्हे नही हे रुकना समस्याओं से लड़कर तुम्हे कमल जैसे है खिलना ©Rose rose Nishi bansal