ख्यालों के बाहों में हम सोते हैं, कैसे कहें कि जी भर के जीते हैं। गैरों के घर में तो हमारे लिए साज़िशें है, अब हमारे अपने भी चुप चुप रहते हैं। #NojotoQuote ख्यालों के बाहों में हम सोते हैं, कैसे कहें कि जी भर के जीते हैं। गैरों के घर में तो हमारे लिए साज़िशें है, अब हमारे अपने भी चुप चुप रहते हैं। #nojotobangalore