वक्त की बिसात पर शय और मात हो गए, जब से हंसी राज़- दार से तालुकात हो गए, ज़ुबां खामोश हुई नजरों के कलाम हो गए, तक़ाज़े मोहब्बत हुए और चर्चे आम हो गए। 📥 RKS Dare :- ◆RKSLN - 34 📇 #RKSLNcollabs आपका हार्दिक स्वागत करता है..😊🙏 💫RKS DARE 34 :- "ताल्लुक़" अर्थात :- संबंध / लगाव आज के Dare में आप सभी रचनाकार "ताल्लुक़" शब्द को लेकर रचना करें..!!