अपने दिल को मैंने आजमाया था सादगी को तेरी मैंने अपनाया था जिसने बोला तू सही नहीं है जिंदगी से उसे मैंने ठुकराया था जिसे आईने में देख शर्माती है वो चेहरा तुझे मैंने दिखलाया था जिन रास्तों पर मंज़िल है तेरी उन राहों से मैंने मिलवाया था ना बोल मैंने खुश नहीं रखा जो तूने मांगा मैंने दिलवाया था ©Bharat Sharma Vats #PoetInMe #KaviBhitar #ShayarInMe #TheHunarManch #BharatSharmaVats