(कुछ लाइन लडकों के लिए) की घर🏠 से दूर लडके भी जातें हैं तकलीफ उनहे भी होती है पर नहीं जताते वो खुद से एक गिलास पानी तक न लेने वाले बरतन तक धोने लग जातें हैं अरे सुनो ऐ क्या सबजी बनाई है यार शाम में कुछ अच्छा बनाना ऐ फरमाइश करने वाले बिना सबजी के ही खा लेते हैं हाँ थोडे़ सक्त होतें है पर याद उनहे भी आती है और वो भी रोते है अगर लडकीया पापा की परी है तो तो हम भी मम्मी के राज कुमार होतें है लडकों के लिए