Nojoto: Largest Storytelling Platform

देखो, आज चांद कितना चमक रहा है, ये खुश है क्योंकि,

देखो, आज चांद कितना चमक रहा है,
ये खुश है क्योंकि, ये पूरा होने को है।

चलो, हम दोनो मिलकर, 
अपने अपने हिस्से का सुकूं ढूंढते हैं।

तुम देखो इसे अपनी छत से,
हम इसे अपने चौबारे से देखते हैं।

तुम कह दो, उससे सब अनकही बातें,
हम अपना सब, अव्यक्त लिखते हैं।

कम पड़े तो, मेरे हिस्से के सुकूं से, तुम पूरे हो जाओ,
तेरी 'बेतौल' बेचैनियों से, हम खुद को पूरा करते हैं।

©बोल_बेतौल by Atull Pandey
  #purnima #चांद #पूर्ण #सुकूं
#अनकही #अव्यक्त #बोल_बेतौल
#trending #viral #viralreel