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♥️इन्सान एक श्राप या वरदान♥️ इंसान जब आया पृथिवी प

♥️इन्सान एक श्राप या वरदान♥️
इंसान जब आया पृथिवी पर ,
चारो ओर खुशियां थी, 
और जब कुछ बड़ा हुआ तो सबका प्यार मिला,
स्कूल, कॉलेज में दोस्तो का साथ मिला,
लेकिन जब हुए हम जवान,
अब लगा की दुनिया है कितनी कमबख्त,
अब सब हमें केवल पैसो से जानते है,
जो भी आए बस यही, कितना कमाते हो,
अब बेचारा यदि अच्छा कमाता है तो कुछ नहीं,
यदि कम कमाता है तो फिर तो जैसे वो इंसान ही नहीं,
और जब जिंदगी आगे बढ़ी, अंतिम समय आने लगा,
तो अपने भी अब पराया करने लगे,अब करे तो करे क्या इंसान,
आखिर पापी पेट का सवाल है।जिसके लिए उसने जिंदगी निकाल दी।

©Srivastava Rajti
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