श्री लगाई आपने, अगर किसी के नाम। श्रीमान जी समझें, के हो गए बदनाम।। के हो गए बदनाम, संस्कारी जो ठहरे। जैसे सब अनजान हैं, सब हैं गूंगे-बहरे।। कह सुआटा सम्राट, कपूत घर घर पैदा। जैसे पेट गड़बड़ करे, रोटी का मैदा।। 😹😹 श्री लगाई आपने, अगर किसी के नाम। श्रीमान जी समझें, के हो गए बदनाम।। के हो गए बदनाम, संस्कारी जो ठहरे। जैसे सब अनजान हैं, सब हैं गूंगे-बहरे।। कह सुआटा सम्राट, कपूत घर घर पैदा। जैसे पेट गड़बड़ करे, रोटी का मैदा।।