अधूरी सी जिंदगी,अधूरी हैं मंजिल,अधूरा हैं सफ़ऱ, ए साथी गर तू दे मेरा साथ तो पा लेंगे वो हसीं डगर, तेरे साथ से इस बंजर दिल मे प्रेम अंकुरित हुआ है, एक दूजे के साथ से यह प्रेम परिभाषित हुआ है। 🎀 Challenge-316 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 4 पंक्तियों में आपनी रचना लिखिए।