Indian Army Day नन्ही किलकारी से चारो तरफ खुशियां है छाई, बेटे के जन्म पर बाप ने मिठाई है बटवाई। माँ बाप ने संजोके आँखों में सपने हज़ार, न्योछावर कर दिया बेटे पर अपना प्यार। बड़ा हुआ, अपने अंदर उसने एक जूनून पहचाना, देश की रक्षा करना उसने अपना परम कर्तव्य माना। माँ बाप के मन में यह कैसी व्यथा आयी, आखिर कैसे भेज दे बेटे को सीमा पर करने लड़ाई। फीकी पड़ गयी व्यथा बेटे के जूनून के आगे, भेज दिया उसको सरहद पर बांध के मन्नतो के धागे। ©Ojaswani Sharma ****सैनिक**** प्रथम (पहला) अंश गद्यांश जब बेटा पैदा होता है, तब कितनी खुशी का माहौल होता है, उस माहौल को वर्णित करती ये कविता- #ArmyDay