सुनो ! मन की बातें मुद्दत से हैं तितर-बितर, ढूँढ रही मुक़ाम.. फिरती हैं दरबदर। खोल भी दो उनके लिये मन-दरवाज़ा, तन्हाई करती है.. अब हाल बदतर।। मन की, मन सी बातें... #मन_सी #मन_की #मन_की_बात #दरबदर #तरबतर #मुकाम #YourQuoteAndMine Collaborating with Mr Kashish