रह गई बस एक ख्वाहिश, आखिरी मुलाकात की, रो भी न पाई लग के गले मैं मेरे प्यार के, सब कुछ तो छुट गया एक पल में यूँ, बिखर गई मैं जैसे टुटे काँच सी, हर वादा तेरा झुठा ही रहा, एतबार करती रही आँख बंद करके मै हर बात की। OPEN FOR COLLAB 🌷♥️ कविता लिखें. ✍️अपने पोस्ट highlight-share करना ना भूले. शुभदिन मित्रों 😊 #आखरीमुलाकात #hindiquotes #hindi #हिंदी #collab #hindicollab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with शब्दसारथी