ज़िन्दगी हमें तब तक बोझ लगती है ,जब तक हम खुद बोझों से घिरे होते है ।। बहुत दिनों बाद हमारा पुराने दोस्तों से मिलना हुआ । मन में बस एक ही ख्याल आ रहा था वक़्त मेरी जेब में होता तो मैं वक़्त के इकाइयों को वही रोक देता । #दोस्त #दोस्ती_शब्द_नही_एहसास_है #दोस्ती_और_प्यार #दोस्ती_यारी #Pk_Pankaj