मृदुल मुस्कान तेरे नैनो की मारे तीर गंभीर.. अलग पहचान तेरे यौवन की दिल को करे फ़क़ीर होंठ तेरे मदिरा के प्याले, जैसे रंग अबीर.. तू कोयल है इस उपवन की मनवा होत अधीर काश मैं होता रांझा तेरा, तू होती मेरी हीर ... VibratioN #Nature चिंतन Mohit Singh khushvinder dahiya SwaTripathi