मेरे सपने मुझे दगा ना दे जाना बीच राह मुझे तन्हा ना छोड़ जाना, एक तेरे ही खातिर तो जी रहा हूँ मैं, एक तेरे ही वास्ते साँसे ले रहा हूँ मैं! हर रात मेरी आँखों में तु निसंकोच किए आराम फरमाना, कल्पना सागरमे मेरे संग तु जी भरके गोते लगाना! मेरे सपने मुझे थोड़ा जी लेने दे अभी अभी सीखा है मैंने पंख फड़फड़ाना, अभी तो भरा है उडान मैंने अभी तो है मुझे - वो आकाश भी छूना!! मेरे सपने मुझे दगा ना दे जाना बीच राह मुझे तन्हा ना छोड़ जाना, एक तेरे ही खातिर तो जी रहा हूँ मैं, एक तेरे ही वास्ते साँसे ले रहा हूँ मैं! हर रात मेरी आँखों में तु निसंकोच किए आराम फरमाना, कल्पना सागरमे मेरे संग तु