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वह हर एक शाम बाज़ार में दीवाली होती थी.......,

वह हर एक शाम बाज़ार में दीवाली होती  थी.......,
    जब पिताजी ऊंगली पकड़ साथ ....
         बाज़ार ले जाया करते थे...
अब महज़ यादें हैं इस बाज़ार में, 
      दीवाली...????   अरसा हुआ....
..piyush dattani वह हर एक शाम बाज़ार में दीवाली होती  थी.......,
    जब पिताजी ऊंगली पकड़ साथ ....
         बाज़ार ले जाया करते थे...
अब महज़ यादें हैं इस बाज़ार में, 
      दीवाली...????   अरसा हुआ...... Dharmchand Jhuriya Juber Muhammad.husen Babul Pyare Abhinav Zihowa Amit Verma  (Ambar)
वह हर एक शाम बाज़ार में दीवाली होती  थी.......,
    जब पिताजी ऊंगली पकड़ साथ ....
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      दीवाली...????   अरसा हुआ....
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अब महज़ यादें हैं इस बाज़ार में, 
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