.. कोई इरादा है न मक़सद मख़सूस शौक ए मिज़ाज़ ए लुत्फ़ में जी रहा हूं.. .. चोट देतीं हैं कई दफ़े बावस्तगी भी किसी किये की सज़ा होगी मान लेता हूं.. ..🌱खुशामदीद..💞 .. कोई इरादा है न मक़सद मख़सूस शौक ए मिज़ाज़ ए लुत्फ़ में जी रहा हूं.. .. चोट देतीं हैं कई दफ़े बावस्तगी भी किसी किये की सज़ा होगी मान लेता हूं..