गर तुम हमारे मसले को शामियाने में, ऐसे बाँटोगे फिऱ कल को जो हमसे हो गई हल्की सी गुस्ताख़ी, जरा बताओ हमेंं, कैसे डाँटोगे ।। #मसला_ये_भी_है #मलाल #मसरूफ़ियत #मगरूरियत #मिट्टी